tag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post1491998738282469244..comments2024-03-23T07:19:12.936-07:00Comments on अमृता प्रीतम की याद में.....: और तुम्हारी याद इस तरह जैसे के धूप का टुकडा ....Jagdish Bhatiahttp://www.blogger.com/profile/17093503828934988942noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-25105367105585211722008-09-01T22:44:00.000-07:002008-09-01T22:44:00.000-07:00मेरा यही दर्द है कि मैं कवि से बड़ी नही हो सकी .जो ...मेरा यही दर्द है कि मैं कवि से बड़ी नही हो सकी .जो भी मन की तहों में जीया सब कागजों के हवाले कर दिया.<BR/>तुम कहीं नही मिलते <BR/>हाथ छु रहा है <BR/>एक नन्हा सा गर्म श्वास <BR/>न हाथ से बहलता है <BR/>न हाथ छोड़ता है ..<BR/><BR/>अमृता को जितना पढ़ा जाये, ग़ालिब की तरह हर बार एक नये रूप और अर्थों में निकल कर आती हैं. शायद इस लिए कि वो अमृता थीं और शायद इसलिए भी कि अमृता कोई दूसरी अमृता नहीं हो सकती. ज़ाकिर हुसैनhttps://www.blogger.com/profile/14153966464681275532noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-65676037261211569542008-09-01T00:01:00.000-07:002008-09-01T00:01:00.000-07:00अंधेरे का कोई पार नहीमेले के शोर में भीएक खामोशी क...अंधेरे का कोई पार नही<BR/>मेले के शोर में भी<BR/>एक खामोशी का आलम है<BR/>और तुम्हारी याद इस तरह<BR/>जैसे के धूप का टुकडा ....<BR/><BR/><BR/>bahut khoob...lagta hai ab amrita ji koi kitaab kholne ki jarurat nahi....डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-50436455114077369742008-08-31T23:55:00.000-07:002008-08-31T23:55:00.000-07:00अमृता जी के जन्मदिन पर एक बेहतरीन प्रस्तुति।रंजू ज...अमृता जी के जन्मदिन पर एक बेहतरीन प्रस्तुति।<BR/>रंजू जी शुक्रिया।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-65806005290987102552008-08-31T20:57:00.000-07:002008-08-31T20:57:00.000-07:00अमृता के जन्म दिन पर शानदार प्रस्तुति !अमृता के जन्म दिन पर शानदार प्रस्तुति !Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-56759684252290257942008-08-31T15:08:00.000-07:002008-08-31T15:08:00.000-07:00Very good. As usualVery good. As usualराकेश खंडेलवालhttps://www.blogger.com/profile/08112419047015083219noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-58344600252065519422008-08-31T08:42:00.000-07:002008-08-31T08:42:00.000-07:00अंधेरे का कोई पार नही मेले के शोर में भी एक खामोशी...अंधेरे का कोई पार नही <BR/>मेले के शोर में भी <BR/>एक खामोशी का आलम है<BR/>और तुम्हारी याद इस तरह <BR/>जैसे के धूप का टुकडा ....<BR/>अमृता जी सबके दिल में खामोश यादों-सी बसी हैं।जितेन्द़ भगतhttps://www.blogger.com/profile/05422231552073966726noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-69881533377611044832008-08-31T08:27:00.000-07:002008-08-31T08:27:00.000-07:00Amruta ji ke janmdin par aapne unko behatareen shr...Amruta ji ke janmdin par aapne unko behatareen shradhanjali dee hai.Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-22446202723525351492008-08-31T05:44:00.000-07:002008-08-31T05:44:00.000-07:00अमृता की अमृता से मुलाकात, आज सुबह ही इमरोज साहब क...अमृता की अमृता से मुलाकात, आज सुबह ही इमरोज साहब को हिंदुस्तान पेपर में पढ़ा। अच्छा लगा तभी से सोच रहा था कि आप आज जरूर अमृता जी का नायाब कुछ पेश करेंगी। धन्यवाद<BR/>अमृता जी के जन्मदिन पर बधाईNitish Rajhttps://www.blogger.com/profile/05813641673802167463noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-16362874427576853422008-08-31T00:38:00.000-07:002008-08-31T00:38:00.000-07:00अमृता जी का जन्मदिन सभी को बहुत बहुत मुबारक हो! आल...अमृता जी का जन्मदिन सभी को बहुत बहुत मुबारक हो! <BR/>आलेख में प्रभु और भक्त के असीम प्रेम का सा एहसास हुआ... बधाई!!रंजन गोरखपुरीhttps://www.blogger.com/profile/09142022556862339626noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-87199820572641214372008-08-30T23:10:00.000-07:002008-08-30T23:10:00.000-07:00अमृता जी के चाहनेवालों को ये दिन मुबारक हो...आपने ...अमृता जी के चाहनेवालों को ये दिन मुबारक हो...<BR/>आपने बहुत खूब याद किया है उन्हें..अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-13107229841975218592008-08-30T22:57:00.000-07:002008-08-30T22:57:00.000-07:00आप ने जिस खुलूस के साथ ये पोस्ट लिखी है उसके लिए आ...आप ने जिस खुलूस के साथ ये पोस्ट लिखी है उसके लिए आप को नमन करता हूँ...कोई संवेदनशील व्यक्ति ही किसी को ऐसे याद कर सकता है जैसे आप ने अमृता जी को किया...साधुवाद स्वीकार करें.<BR/>नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-45343420587337857762008-08-30T22:43:00.000-07:002008-08-30T22:43:00.000-07:00रंजू जी आपको भी अमृता जी का जन्मदिन मुबारक हो। बहु...रंजू जी आपको भी अमृता जी का जन्मदिन मुबारक हो। बहुत ही सुन्दर प्यारा लेख लिखा है आपने। प्यारी कविताओं के साथ। उनके बारे में जितना भी लिखा जाए वो कम ही होगा। उनके लेखन में पता नही कितने लोगो का दर्द था। कितने ही लोगो के सुबकते हुए अरमान थे। उनके लेखन और उनकी बाते करना ऐसे है जैसे किसी पवित्र नदी में डुबकी लगा रहे हो।सुशील छौक्कर https://www.blogger.com/profile/15272642681409272670noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-19227627929476620702008-08-30T22:34:00.000-07:002008-08-30T22:34:00.000-07:00कुछ बातें सचमुच ऐसी होती हैं ,जिन्हें खामोशी की बो...कुछ बातें सचमुच ऐसी होती हैं ,जिन्हें खामोशी की बोली नसीब होनी चाहिए<BR/><BR/>बिल्कुल सही.....लेकिन आप हमें ये<BR/>न बतातीं तो हम वंचित रह जाते.<BR/>अमृता जी को शिद्दत से याद करने का<BR/>आपका अंदाज़ बहुत खूब रहा....शुक्रिया.<BR/>==============================<BR/>डॉ.चन्द्रकुमार जैनDr. Chandra Kumar Jainhttps://www.blogger.com/profile/02585134472703241090noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-44899271667609515122008-08-30T22:30:00.000-07:002008-08-30T22:30:00.000-07:00सोचती हूँ : सहम काऔर सूनेपन का एक नाता है --shayad...सोचती हूँ : सहम का<BR/>और सूनेपन का एक नाता है --shayad sach hai... bahut acchha lekh likha hai RANJU di,पारुल "पुखराज"https://www.blogger.com/profile/05288809810207602336noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-136077434326081082008-08-30T22:27:00.000-07:002008-08-30T22:27:00.000-07:00ranju ji....bahut behtareen jaankari de rahi hain ...ranju ji....bahut behtareen jaankari de rahi hain aap. amrta ji kavitaaon mein ek roohani ehsaas hai...pallavi trivedihttps://www.blogger.com/profile/13303235514780334791noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-40230708357040516792008-08-30T21:46:00.000-07:002008-08-30T21:46:00.000-07:00अमृता जी के बारे में जितना भी लिखा जाएगा कम ही रहे...अमृता जी के बारे में जितना भी लिखा जाएगा कम ही रहेगा। मुझे उन का उपन्यास 'पाँच बरस लम्बी सड़क'बेहद पसंद है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-40287821504886483312008-08-30T21:36:00.000-07:002008-08-30T21:36:00.000-07:00बहुत अच्छा लिखा है. सस्नेह....अमृता जी का अनुकरण...बहुत अच्छा लिखा है. सस्नेह....अमृता जी का अनुकरणीय आलेखarthttps://www.blogger.com/profile/12939686404150553798noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-10105972507477857522008-08-30T21:23:00.000-07:002008-08-30T21:23:00.000-07:00तुम कहीं नही मिलतेहाथ छु रहा हैएक नन्हा सा गर्म श्...तुम कहीं नही मिलते<BR/>हाथ छु रहा है<BR/>एक नन्हा सा गर्म श्वास<BR/>न हाथ से बहलता है<BR/>न हाथ छोड़ता है ..<BR/>vaah bahut khub. amrita ji sahitya ki duniya man aaj bhi lgon ke dilon per rak kar rahi hain. isi tarah likhne walon ki prerna bini rahen yahi dua hai.शोभाhttps://www.blogger.com/profile/01880609153671810492noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-18235327754744801562008-08-30T20:12:00.000-07:002008-08-30T20:12:00.000-07:00अमृता प्रीतम के जन्मदिन पर उनके लेखन की एक प्रशंसि...अमृता प्रीतम के जन्मदिन पर उनके लेखन की एक प्रशंसिका का जन्मदिन -उपहार -एक सशक्त रचनाकार का आपने आराध्य रचना कर्मीं को व्याख्यायित करने की विनम्रता का ही प्रगटीकरण है यह आलेख !<BR/>प्रेमाभिव्यक्ति की मसीहाई रचनाकार लगती हैं अमृता प्रीतम -उनका प्रेम उदगमित तो होता है एक व्यसटिमूलक ईकाई से मगर यह समष्टि और प्रकृति की अनंत गहराईयों को अपने में समेट लेता है -प्रेम की इस अनन्य पुजारिन और उनकी इस Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-91557224764879937042008-08-30T20:09:00.000-07:002008-08-30T20:09:00.000-07:00चाँद ने आसमान में बैठ कर जो बादलों की रुई कातीयह उ...चाँद ने आसमान में बैठ कर <BR/>जो बादलों की रुई काती<BR/>यह उसी के धागे हैं <BR/>जो मैं बुनती रही ......<BR/><BR/>वाह रंजू जी जिस अपनत्व से आपने अमृता जी की यादें उनके जन्मदिन पर आपने बाँटी हैं उसका जवाब नहीं। <BR/><BR/>अमृता जी ने जिस तरह साहित्यिक जलन से अपने आप को दूर रखा, जिस तरह सबके अच्छे लेखन को अपने आप से जोड़ा वो भावना आज के साहित्यकारों के लिए अनुकरणीय है।<BR/><BR/>एक बार फिर से बहुत बहुतManish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.com