tag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post4281034934963784459..comments2024-03-23T07:19:12.936-07:00Comments on अमृता प्रीतम की याद में.....: आ सजन ,आज बातें कर ले ....Jagdish Bhatiahttp://www.blogger.com/profile/17093503828934988942noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-48522746126125486322008-09-11T06:34:00.000-07:002008-09-11T06:34:00.000-07:00एहसास की अमीरी का जीवंत और अमीर दस्तावेज़.अच्छी प्...एहसास की अमीरी का <BR/>जीवंत और अमीर दस्तावेज़.<BR/>अच्छी प्रस्तुति.<BR/>============Dr. Chandra Kumar Jainhttps://www.blogger.com/profile/02585134472703241090noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-20913259414387528572008-09-10T04:06:00.000-07:002008-09-10T04:06:00.000-07:00पूरी औरत से यहाँ उनका मतलब पूछा गया तो जवाब बहुत ख...पूरी औरत से यहाँ उनका मतलब पूछा गया तो जवाब बहुत खूबसूरत दिया उन्होंने ..वह औरत जो आर्थिक तौर पर ,जज्बाती तौर पर और जेहनी तौर पर स्वंतंत्र हो ..आजादी कभी किसी से मांगी या छीनी नही जा सकती है ..न ही यह पहनी जा सकती है ,यह वजूद की मिटटी से उगती है ॥<BR/><BR/>हर बार कि तरह शानदार है ये पोस्ट भी.<BR/>आपकी हर पोस्ट पढ़ कर लगता है जैसे अमृता को बहुत भीतर तक जानने वाला कोई शख्श (जो कि इमरोज़ हो सकता है) ज़ाकिर हुसैनhttps://www.blogger.com/profile/14153966464681275532noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-70109369843387341562008-09-08T09:57:00.000-07:002008-09-08T09:57:00.000-07:00और, मर्द... शादी के रिश्ते की समझ थोडी बढ़ी. हमेशा ...और, मर्द... शादी के रिश्ते की समझ थोडी बढ़ी. हमेशा की तरह अच्छा.Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-47819620167751759092008-09-08T08:51:00.000-07:002008-09-08T08:51:00.000-07:00aapki is lekh mala se amrita ke vyaktitva ki kayi ...aapki is lekh mala se amrita ke vyaktitva ki kayi tahein humare samne khul rahi hain. Humesha ki terah ek bada sa shukriya !Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-39253417337216491062008-09-08T08:31:00.000-07:002008-09-08T08:31:00.000-07:00सचमुच अमृता जी का लेखन एहसास की अमीरी से भरा-पूरा ...सचमुच अमृता जी का लेखन एहसास की अमीरी से भरा-पूरा है। उनके एहसास को आप जिस बेहतरीन अंदाज में हम तक पहुंचाती हैं, वह भी कम नहीं है।Ashok Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/14682867703262882429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-55557350691664183972008-09-08T07:53:00.000-07:002008-09-08T07:53:00.000-07:00अमृता प्रीतम की गिनती उन चंद मसीहाई रचनाकारों में ...अमृता प्रीतम की गिनती उन चंद मसीहाई रचनाकारों में होती है जिन्होंने सुकोमल इंसानी भावनाओं को लेकर एक इन्द्रधनुषी यूटोपिया का सृजन अपनी रचनाओं में क्या है .उनकी रचनाओं में प्रेम के रूहानी और दैहिक द्वंद्वों को भी साफ़ साफ़ देखा जा सकता है .बहुत सुविचारित पोस्ट ! ब्लॉगजगत में ऐसे विश्लेष्णात्मक आलेखों का सदैव स्वागत है जो कुछ सोचने समझने को प्रेरित करते हैं और बौद्धिक संतृप्तता की राह पर ले चलते Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-12694328685781396082008-09-08T05:14:00.000-07:002008-09-08T05:14:00.000-07:00वाह...रूह को ठंडक पहुंचाते हुए शब्द....अमृता जी का...वाह...रूह को ठंडक पहुंचाते हुए शब्द....अमृता जी का क्या कहना...<BR/>नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-53567869402175119312008-09-08T05:12:00.000-07:002008-09-08T05:12:00.000-07:00अमृता जी के बारे में इतनी विस्तृत जानकारी दे कर आप...अमृता जी के बारे में इतनी विस्तृत जानकारी दे कर आप बहुत अच्छा काम कर रही हैं , बधाई, इसी प्रकार हमारा ज्ञान बढ़ाती रहिए। धन्यवादAnita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-4313473967135495462008-09-08T03:38:00.000-07:002008-09-08T03:38:00.000-07:00वाह बहुत सुंदर . आप काफी भावुक कर देती हैं. अमृताज...वाह बहुत सुंदर . आप काफी भावुक कर देती हैं. अमृताजी को इतनी नज़दीक से समझने और हम सबको भी उनके इतना पास लाने के लिए आभार.शोभाhttps://www.blogger.com/profile/01880609153671810492noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-54419716072127905182008-09-08T03:03:00.000-07:002008-09-08T03:03:00.000-07:00हर इक नाजुक बात छिपा ली ,हर इक पत्ती सूखने डाल दीम...हर इक नाजुक बात छिपा ली ,<BR/>हर इक पत्ती सूखने डाल दी<BR/>मिटटी के इस चूल्हे में से<BR/>हम कोई चिंगारी ढूंढ़ लेंगे<BR/>एक दो फूंक मार लेंगे<BR/>बुझती लकड़ी फ़िर से बाल लेंगे<BR/><BR/>मिटटी के इस चूल्हे में<BR/>इश्क की एक एक आँच बोल उठेगी<BR/>मेरे जिस्म की हंडिया में<BR/>दिल का पानी खौल उठेगा<BR/>बहुत बहुत खूबसूरत रंजू जी, कमाल की पोस्ट है, आपके लिखने के अंदाज़ ने दिल छू लिया...rakhshandahttps://www.blogger.com/profile/08686945812280176317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-73012093107502297502008-09-08T01:32:00.000-07:002008-09-08T01:32:00.000-07:00मुझे लगता है नज़्म लिखना ओर खूबसूरत नज़्म लिखना केवल...मुझे लगता है नज़्म लिखना ओर खूबसूरत नज़्म लिखना केवल दो तीन लोग ही इसमे खरे उतरते थे ,अमृता जी,गुलज़ार साहेब ओर परवीन शाकिर.....एक ओर शानदार पहलु उनके जीवन से.......डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-43480009391493870182008-09-08T01:17:00.000-07:002008-09-08T01:17:00.000-07:00पूरी औरत से यहाँ उनका मतलब पूछा गया तो जवाब बहुत ख...पूरी औरत से यहाँ उनका मतलब पूछा गया तो जवाब बहुत खूबसूरत दिया उन्होंने ..वह औरत जो आर्थिक तौर पर ,जज्बाती तौर पर और जेहनी तौर पर स्वंतंत्र हो ..आजादी कभी किसी से मांगी या छीनी नही जा सकती है ..न ही यह पहनी जा सकती है ,यह वजूद की मिटटी से उगती है ॥<BR/><BR/>बहुत पसंद आई ये पंक्तियाँ। बस इसी तरह आप पढ़वाती रहिये।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-54528896866193092472008-09-08T00:52:00.000-07:002008-09-08T00:52:00.000-07:00जो सवाल आपने उठाया कुछ लोग ऐसा भी समझते है। एक पत्...जो सवाल आपने उठाया कुछ लोग ऐसा भी समझते है। एक पत्रकार है उन्होने एक सवाल किया था कि " आपके लेखन का कुछ हिस्सा छोडकर ऐसा क्यूं लगता है कि मैने स्वेटर बुना था उसके लिए और उसको पहना किसी ओर ने।" वो इंटरव्यूह कही गया या नही पता नही। पर शायद वह इसी सोच को दर्शाता है। मेरा यह मानना है कि वह निरी भावुकता नही है उनके लेखन में उसके कदमों के नीचे एक धरती भी है। दूसरा मै भी मानता हूँ कि औरत और मर्द का सुशील छौक्कर https://www.blogger.com/profile/15272642681409272670noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-4585273916252616412008-09-08T00:50:00.000-07:002008-09-08T00:50:00.000-07:00गर्म घूंट इक तुम भी पीना ,गर्म घूंट इक मैं भी पी ल...गर्म घूंट इक तुम भी पीना ,<BR/>गर्म घूंट इक मैं भी पी लूँ<BR/>उम्र का ग्रीष्म हमने बीता दिया ,<BR/>उम्र का शिशिर नही बीतता<BR/><BR/>आ सजन ,आज बातें कर लें ..... <BR/><BR/>बहुत ख़ूब...अमृता को पढ़ना हमेशा अच्छा लगता है...फ़िरदौस ख़ानhttps://www.blogger.com/profile/09716330130297518352noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-90434863347027527782008-09-08T00:33:00.000-07:002008-09-08T00:33:00.000-07:00amrita ko padna har baar achcha lagata hai....kabh...amrita ko padna har baar achcha lagata hai....kabhi kabhi lagata hai....jaise ussi kaal mai jee rahae hai...<BR/>badhaaee Ranjumanvinder bhimberhttps://www.blogger.com/profile/14360004004976420055noreply@blogger.com