tag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post8773828321580882795..comments2024-03-23T07:19:12.936-07:00Comments on अमृता प्रीतम की याद में.....: नजर के आसमान से...Jagdish Bhatiahttp://www.blogger.com/profile/17093503828934988942noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-25007233823858913492008-10-19T11:49:00.000-07:002008-10-19T11:49:00.000-07:00बहुत सुन्दर।बहुत सुन्दर।betuki@bloger.comhttps://www.blogger.com/profile/07470876741922199732noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-31730098933177008552008-10-17T20:22:00.000-07:002008-10-17T20:22:00.000-07:00दीपावली की हार्दिक शुभ कामनाएं /दीवाली आपको मंगलमय...दीपावली की हार्दिक शुभ कामनाएं /दीवाली आपको मंगलमय हो /सुख समृद्धि की बृद्धि हो /आपके साहित्य सृजन को देश -विदेश के साहित्यकारों द्वारा सराहा जावे /आप साहित्य सृजन की तपश्चर्या कर सरस्वत्याराधन करते रहें /आपकी रचनाएं जन मानस के अन्तकरण को झंकृत करती रहे और उनके अंतर्मन में स्थान बनाती रहें /आपकी काव्य संरचना बहुजन हिताय ,बहुजन सुखाय हो ,लोक कल्याण व राष्ट्रहित में हो यही प्रार्थना में ईश्वर से BrijmohanShrivastavahttps://www.blogger.com/profile/04869873931974295648noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-37623260307808971642008-10-16T11:40:00.000-07:002008-10-16T11:40:00.000-07:00हमेशा की तरह लाजवाब। यह भी खास है-मैं कहाँ अर्ध्य ...हमेशा की तरह लाजवाब। यह भी खास है-<BR/>मैं कहाँ अर्ध्य दूँ ! कहीं कोई चाँद नही दिखता<BR/>सोचती हूँ --यह जो सुइयां निकाल दी है<BR/>शायद यही मेरी उम्र भर की कमाई है ....जितेन्द़ भगतhttps://www.blogger.com/profile/05422231552073966726noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-6762644989800385892008-10-16T07:13:00.000-07:002008-10-16T07:13:00.000-07:00elk baar phir bahut sundar vishleshan...elk baar phir bahut sundar vishleshan...Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-87446295872311679152008-10-16T02:41:00.000-07:002008-10-16T02:41:00.000-07:00चिंतन की गहराई में उतरे तो एक ही किरदार है वह है इ...चिंतन की गहराई में उतरे तो एक ही किरदार है वह है इंसान ..यह दो पहलू हर इंसान की काया में होते हैं ..मर्द की काया में मर्द उसका चेतन मन होता है और औरत अचेतन मन ..औरत की काया में औरत उसका चेतन मन और मर्द उसका अचेतन मन होता है ..सुइयां निकालना यहाँ चेतन यत्न है ...सिर्फ़ परछाइयों को पकड़ने से जीया नही जा सकता है ..अपने भीतर एक आग ,एक प्यास निरंतर जलाए रखना जरुरी है ....तभी आगे की दास्तान बनती है ...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-45767178107132378282008-10-16T01:54:00.000-07:002008-10-16T01:54:00.000-07:00आपकी अमृता वाली पोस्ट पढने के बाद कहने को कुछ बचता...आपकी अमृता वाली पोस्ट पढने के बाद कहने को कुछ बचता ही नहीं !Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-23653678600151284392008-10-15T23:58:00.000-07:002008-10-15T23:58:00.000-07:00हर बार की तरह बेहद खूबसूरत ...हर बार की तरह बेहद खूबसूरत ...अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-26887767494031507742008-10-15T22:34:00.000-07:002008-10-15T22:34:00.000-07:00very beautiful, i dont know i just loved this blog...very beautiful, i dont know i just loved this blog, very well mentained , great job ranjana jiSajeevhttps://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-89323491866786443802008-10-15T22:29:00.000-07:002008-10-15T22:29:00.000-07:00और रात मेरी आँख से गुजरती रही......यौवन ---जो मेरे...और रात मेरी आँख से गुजरती रही......यौवन ---जो मेरे बदन पर बौर की तरह पडा है<BR/>और प्यास से बिलखने लगा..........मैं कहाँ अर्ध्य दूँ ! कहीं कोई चाँद नही दिखता..in baaton pe koi kya kahegaa...bas padhna hai..thx di.पारुल "पुखराज"https://www.blogger.com/profile/05288809810207602336noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-10303562283672767792008-10-15T22:10:00.000-07:002008-10-15T22:10:00.000-07:00तेरे इश्क की एक बूंदइस में मिल गई थीइस लिए मैंने उ...तेरे इश्क की एक बूंद<BR/>इस में मिल गई थी<BR/>इस लिए मैंने उम्र की<BR/>सारी कडवाहट पी ली ..<BR/>बहुत ही सुंदर वर्णन.manvinder bhimberhttps://www.blogger.com/profile/14360004004976420055noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-61961056864667138602008-10-15T17:48:00.000-07:002008-10-15T17:48:00.000-07:00तेरे इश्क की एक बूंदइस में मिल गई थीइस लिए मैंने उ...तेरे इश्क की एक बूंद<BR/>इस में मिल गई थी<BR/>इस लिए मैंने उम्र की<BR/>सारी कडवाहट पी ली ..<BR/><BR/>She existed at a different plane altogether.अमिताभ मीतhttps://www.blogger.com/profile/06968972033134794094noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-54003952145434247852008-10-15T11:50:00.000-07:002008-10-15T11:50:00.000-07:00bahut hi badiya ...aap mere blog par bhi aaeye ......bahut hi badiya ...aap mere blog par bhi aaeye ....svagatविनय राजपूतhttps://www.blogger.com/profile/15125310105452092977noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-23849853289822705262008-10-15T09:26:00.000-07:002008-10-15T09:26:00.000-07:00रंजू जी क्या कहूँ शब्द नही मिल रहे ....।मर्द की का...रंजू जी क्या कहूँ शब्द नही मिल रहे ....।<BR/><BR/>मर्द की काया में मर्द उसका चेतन मन होता है और औरत अचेतन मन ..औरत की काया में औरत उसका चेतन मन और मर्द उसका अचेतन मन होता है।<BR/><BR/>अभी भी दोनो ने एक दूसरे को सही से नही पहचाना हैं।सुशील छौक्कर https://www.blogger.com/profile/15272642681409272670noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-35944099581206772862008-10-15T08:13:00.000-07:002008-10-15T08:13:00.000-07:00अम्रता के हर अंदाज़ में झलकती है सिर्फ मोहब्बत और स...अम्रता के हर अंदाज़ में झलकती है सिर्फ मोहब्बत और सच्ची मोहब्बत.....ये व्रत भी तो मोहब्बत का ही त्यौहार है , बस ये प्रश्न जेहन में रहता है की सिर्फ औरत ही क्यों?pallavi trivedihttps://www.blogger.com/profile/13303235514780334791noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-38297931893641236632008-10-15T07:28:00.000-07:002008-10-15T07:28:00.000-07:00बहुत ही सुंदर वर्णन.आलोक सिंह "साहिल"बहुत ही सुंदर वर्णन.<BR/>आलोक सिंह "साहिल"आलोक साहिलhttps://www.blogger.com/profile/07273857599206518431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-5113476902526308762008-10-15T06:41:00.000-07:002008-10-15T06:41:00.000-07:00मुझे लगता है इस जिंदगी में सब किरदार ताउम्र एक से ...मुझे लगता है इस जिंदगी में सब किरदार ताउम्र एक से नही रहते ...चाहे वो मर्द हो या औरत ...ओर इस दुनिया के रस्मो रिवाज की खातिर अगर कोई किरदार बदलता है तो वो है औरत का....उसका एक हिस्सा जरूर उसके भीतर धड़कता रहता हैडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-9211010516458448052008-10-15T04:34:00.000-07:002008-10-15T04:34:00.000-07:00bahut hi badhiya.. amrita ko chahne walo ke liye b...bahut hi badhiya.. amrita ko chahne walo ke liye beshkimiti saugat hai aapka blog.. <BR/><BR/>bahut shukriyaकुशhttps://www.blogger.com/profile/04654390193678034280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-22695156129938411312008-10-15T04:23:00.000-07:002008-10-15T04:23:00.000-07:00मोहक, मार्मिक और सुंदर।मोहक, मार्मिक और सुंदर।ravindra vyashttps://www.blogger.com/profile/14064584813872136888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-83150233004434575942008-10-15T03:53:00.000-07:002008-10-15T03:53:00.000-07:00तेरे इश्क की एक बूंदइस में मिल गई थीइस लिए मैंने उ...तेरे इश्क की एक बूंद<BR/>इस में मिल गई थी<BR/>इस लिए मैंने उम्र की<BR/>सारी कडवाहट पी ली ..<BR/><BR/>बहुत ख़ूब...प्रेम में डूबी महिला ही यह कह सकती है...फ़िरदौस ख़ानhttps://www.blogger.com/profile/09716330130297518352noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-889492667383963251.post-9536330683184289312008-10-15T03:50:00.000-07:002008-10-15T03:50:00.000-07:00मर्द की काया में मर्द उसका चेतन मन होता है और औरत ...मर्द की काया में मर्द उसका चेतन मन होता है और औरत अचेतन मन ..औरत की काया में औरत उसका चेतन मन और मर्द उसका अचेतन मन होता है ..सुइयां निकालना यहाँ चेतन यत्न है ...सिर्फ़ परछाइयों को पकड़ने से जीया नही जा सकता है ..अपने भीतर एक आग ,एक प्यास निरंतर जलाए रखना जरुरी है ....तभी आगे की दास्तान बनती है ....<BR/><BR/>वाह! बहुत सुंदर.शोभाhttps://www.blogger.com/profile/01880609153671810492noreply@blogger.com