Thursday, June 5, 2008

मैं तुझे फ़िर मिलूंगी.....

अमृता प्रीतम जी का लिखा हुआ हो और गुलजार जी की आवाज़ हो तो इसको कहेंगे सोने पर सुहागा ...। यह कविता उन्होंने अपने आखिरी दिनों में इमरोज़ जी के लिए लिखी थी । इस कविता का एक एक लफ्ज़ प्यार का प्रतीक है । अमृता बहुत बीमार थी उन दिनों ...वह अपने आखिरी दिनों में अक्सर तंद्रा में रहती थी । कभी कभी एक शब्द ही बोलती लेकिन इमरोज़ के लिए हमेशा मौजूद रहती पहले की तरह ही हालांकि इमरोज़ पहले की तरह उनसे बात नही कर पाते थे पर अपनी कविता से उनसे बात करते रहते .। .एक बार खुशवंत सिंह जो अपने घर में अक्सर छोटी छोटी सभा गोष्टी करते रहते थे ..इन दोनों को कई बार बुलाया पर यह दोनों नही जाते थे तब उन्होंने पूछा अमृता को फ़ोन कर के पूछा था कि तुम बाहर क्यों नही निकलते हो ..क्या करते रहते हो सारा दिन तुम लोग ?
अमृता ने जवाब दिया गल्लां ""[बातें ]

उन्होंने हंस कर कहा इतनी बातें करते हो तुम दोनों की खतम नही होती है तब अमृता सिर्फ़ हंस कर रह गई ..पता नही दोनों कैसी क्या बातें करते थे कभी शब्दों के माध्यम से कभी खामोशी के जरिये पर दोनों को साथ रहना पसंद था एक दूसरे के आस पास रहना पसंद था ..




मैं तैनू फ़िर मिलांगी
कित्थे ? किस तरह पता नई
शायद तेरे ताखियल दी चिंगारी बण के
तेरे केनवास ते उतरांगी
जा खोरे तेरे केनवास दे उत्ते
इक रह्स्म्यी लकीर बण के
खामोश तैनू तक्दी रवांगी

जा खोरे सूरज दी लौ बण के
तेरे रंगा विच घुलांगी
जा रंगा दिया बाहवां विच बैठ के

तेरे केनवास नु वलांगी
पता नही किस तरह कित्थे
पर तेनु जरुर मिलांगी
जा खोरे इक चश्मा बनी होवांगी
ते जिवें झर्नियाँ दा पानी उड्दा
मैं पानी दियां बूंदा
तेरे पिंडे ते मलांगी
ते इक ठंडक जेहि बण के
तेरी छाती दे नाल लगांगी
मैं होर कुच्छ नही जानदी
पर इणा जानदी हां
कि वक्त जो वी करेगा
एक जनम मेरे नाल तुरेगा
एह जिस्म मुक्दा है
ता सब कुछ मूक जांदा हैं
पर चेतना दे धागे

कायनती कण हुन्दे ने
मैं ओना कणा नु चुगांगी
ते तेनु फ़िर मिलांगी


******
मैं तुझे फ़िर मिलूंगी
कहाँ किस तरह पता नही
शायद तेरी तख्यिल की चिंगारी बन
तेरे केनवास पर उतरुंगी
या तेरे केनवास पर
एक रहस्यमयी लकीर बन
खामोश तुझे देखती रहूंगी
या फ़िर सूरज कि लौ बन कर
तेरे रंगो में घुलती रहूंगी
या रंगो कि बाहों में बैठ कर
तेरे केनवास से लिपट जाउंगी
पता नहीं कहाँ किस तरह
पर तुझे जरुर मिलूंगी

या फ़िर एक चश्मा बनी
जैसे झरने से पानी उड़ता है
मैं पानी की बूंदें
तेरे बदन पर मलूंगी
और एक ठंडक सी बन कर
तेरे सीने से लगूंगी


मैं और कुछ नही जानती
पर इतना जानती हूँ
कि वक्त जी भी करेगा
यह जनम मेरे साथ चलेगा
यह जिस्म खतम होता है
तो सब कुछ खत्म हो जाता है

पर चेतना के धागे
कायनात के कण होते हैं

मैं उन कणों को चुनुंगी
मैं तुझे फ़िर मिलूंगी !!


ਮੈਂ ਤੈਨੂ ਫ਼ਿਰ ਮਿਲਾਂਗੀ

ਕਿੱਥੇ ? ਕਿਸ ਤਰਹ ਪਤਾ ਨਈ

ਸ਼ਾਯਦ ਤੇਰੇ ਤਾਖਿਯਲ ਦੀ ਚਿਂਗਾਰੀ ਬਣ ਕੇ

ਤੇਰੇ ਕੇਨਵਾਸ ਤੇ ਉਤਰਾਂਗੀ

ਜਾ ਖੋਰੇ ਤੇਰੇ ਕੇਨਵਾਸ ਦੇ ਉੱਤੇ

ਇਕ ਰਹ੍ਸ੍ਮ੍ਯੀ ਲਕੀਰ ਬਣ ਕੇ

ਖਾਮੋਸ਼ ਤੈਨੂ ਤਕ੍ਦੀ ਰਵਾਂਗੀ

ਜਾ ਖੋਰੇ ਸੂਰਜ ਦੀ ਲੌ ਬਣ ਕੇ

ਤੇਰੇ ਰਂਗਾ ਵਿਚ ਘੁਲਾਂਗੀ

ਜਾ ਰਂਗਾ ਦਿਯਾ ਬਾਹਵਾਂ ਵਿਚ ਬੈਠ ਕੇ

ਤੇਰੇ ਕੇਨਵਾਸ ਨੁ ਵਲਾਂਗੀ

ਪਤਾ ਨਹੀ ਕਿਸ ਤਰਹ ਕਿੱਥੇ

ਪਰ ਤੇਨੁ ਜਰੁਰ ਮਿਲਾਂਗੀ

ਜਾ ਖੋਰੇ ਇਕ ਚਸ਼੍ਮਾ ਬਨੀ ਹੋਵਾਂਗੀ

ਤੇ ਜਿਵੇਂ ਝਰ੍ਨਿਯਾਁ ਦਾ ਪਾਨੀ ਉਡ੍ਦਾ

ਮੈਂ ਪਾਨੀ ਦਿਯਾਂ ਬੂਂਦਾ

ਤੇਰੇ ਪਿਂਡੇ ਤੇ ਮਲਾਂਗੀ

ਤੇ ਇਕ ਠਂਡਕ ਜੇਹਿ ਬਣ ਕੇ

ਤੇਰੀ ਛਾਤੀ ਦੇ ਨਾਲ ਲਗਾਂਗੀ

ਮੈਂ ਹੋਰ ਕੁੱਛ ਨਹੀ ਜਾਨਦੀ

ਪਰ ਇਣਾ ਜਾਨਦੀ ਹਾਂ

ਕਿ ਵਕ੍ਤ ਜੋ ਵੀ ਕਰੇਗਾ

ਏਕ ਜਨਮ ਮੇਰੇ ਨਾਲ ਤੁਰੇਗਾ

ਏਹ ਜਿਸ੍ਮ ਮੁਕ੍ਦਾ ਹੈ

ਤਾ ਸਬ ਕੁਛ ਮੂਕ ਜਾਂਦਾ ਹੈਂ

ਪਰ ਚੇਤਨਾ ਦੇ ਧਾਗੇ

ਕਾਯਨਤੀ ਕਣ ਹੁਨ੍ਦੇ ਨੇ

ਮੈਂ ਓਨਾ ਕਣਾ ਨੁ ਚੁਗਾਂਗੀ

ਤੇ ਤੇਨੁ ਫ਼ਿਰ ਮਿਲਾਂਗੀ

17 comments:

डॉ .अनुराग said...

gulzar ne jaise jeevant kar diya hai is kavita ko....hamesha jab bhi kabhi yaad aati hai to gulzar ki aavaj me hi yaad aati hai....mai tenu fir milangi....

कुश said...

इस पूरे एलबम की डि वी डी है मेरे पास.. गुलज़ार साहब ने अपनी आवाज़ देकर अमृता जी के शब्दो को ज़िंदा कर दिया है..

बालकिशन said...

परिपूर्ण प्यार और प्यार के अहम् इंतज़ार को दर्शाती पोस्ट.
बहुत अच्छे.

आशीष कुमार 'अंशु' said...

सुन्दर प्रस्तुति

शोभा said...

रंजू जी
अमृता जी की कविता को गुलज़ार जी की आवाज़ ने बहुत ही मधुर बना दिया है। कविता का एक-एक शब्द प्यार में सना हुआ है। आनन्द आगया। सस्नेह

Manish Kumar said...

shukriya is behtareen prastuti ke liye!

art said...

amrita pritam meri priya lekhakon me hain...unki kahaniyan aur upanayas ,antarjaal me kahan padh sakti hun ,agar pata ho to jaroor batayen

Anonymous said...

आपका बहुत बहुत शुक्रिया कि आपने गुलजार जी की आवाज में ये कविता सुनवा दी।

Udan Tashtari said...

शब्दों को गुलजार साहब की आवाज का जादू मिला-यूँ लगा कि खिल उठे. बहुत उम्दा प्रस्तुति. बधाई

mehek said...

bahut hi khubsurat

Faceless Maverick said...

हर हीर दी रांझे लई एहो ख्वाइश रहन्दी है.

जिस्म मुक्दा है............. तेनु फ़िर मिलांगी

Admin said...

बेहद खूबसूरत

Dr. Chandra Kumar Jain said...

बहुत सार्थक पोस्ट.
चेतना के धागों की तरह.
कायनात के कण बटोरकर
प्रेम की दिव्य अभिव्यति की शक्ल में
बिखेर दिए गये हों जैसे !
==========================
बधाई
डा.चंद्रकुमार जैन

pallavi trivedi said...

ek to ye kavita oopar se gulzar ki aawaz...jaadu hai

अनूप भार्गव said...

गुलज़ार जिसे भी छू दें वह सोना हो जाये और फ़िर ये तो अमृता प्रीतम की नज़्म है , सचमुच प्यार से लबालब भरी हुई ।
इसे बाँटनें के लिये धन्यवाद ।

Radhey said...

इस लेख को पढ़कर बहुत अच्छा लगा। आप रहस्यों के बारे में जान सकते है

1. कैलाश पर्वत का रहस्य
2. अक्षरधाम मंदिर का रहस्य
3. आमेर का किला रहस्य
4. नाहरगढ़ किला जयपुर का रहस्य
5. आज भी दिखाई देते हैं भुत
6. Mehrangarh fort haunted story in Hindi
Rahasyo ki Duniya

Tech and Money Earning
1. ब्लॉगिंग से पैसे कमाए
2. ब्लॉग क्या है? ब्लॉग क्या होता है? ब्लॉग कैसे बनाये
3. Google Task Mate App क्या है और इससे पैसे कैसे कमायें?
4. My11 Circle Se Paise Kaise Kamaye | My11 Circle क्या है?
5. Top 5 Cricket से पैसे कमाने वाला App
6. घर बैठे इंटरनेट से online paise kaise kamaye
7. vaccine registration kaise karen
8. Image Optimization kaise kare – Image SEO Tips
9. YouTube channel kaise banaye in Hindi - YouTube चैनल कैसे बनाये
10. YouTube से पैसे कैसे कमाए - How to Make Money from YouTube

Rahasyo ki Duniya

1. दिल्ली की सबसे भूतिया सड़क Delhi cantt Haunted
2. Shimla Tunnel number 33-Barog railway station
3. Roopkund Jheel - मुर्दों की झील का रहस्य
4. Ramoji Filmcity Hyderabad आज भी दिखाई देते हैं भुत
5. Pisaava Forest में छिपा है महाभारत का ये योद्धा
6. Gujrat के Dumas Beach का Rahasya - शामिल है सबसे डरावनी जगहों में
7. Garh kundar fort दूर से आता है नजर,पास जाते ही होता है गायब
8. Dow Hill kurseong भुतहा हिल स्टेशन
9. चित्तौड़गढ़ किले का इतिहास - New!
10. Bhangarh fort - The most haunted fort in India, Rajasthan
11. 900 सालों से वीरान है राजस्थान का खजुराहो
12. 200 सालों से वीरान पड़ा है भारत का ये रहस्यमयी गांव
13. 200 साल पुराने राज-भवन में आज भी रहते हैं भूत
14. Shaniwar wada pune । दफ़न हैं किले में मराठाओं का इतिहास - New!
15. Ronaldo Willy जो लाशों को बदल देता है डायमंड में - New!
16. नाहरगढ़ किला जयपुर, राजस्थान - New!
17. Naale baa - Bangalore की चुड़ैल की रहस्यमयी घटना
17. Mehrangarh fort haunted story in hindi - New!
18. Jatinga Valley जिसमे पक्षी करते है आत्महत्या
19. Golkunda Fort Hyderabad-बेशकीमती खजाना,Kohinoor भी शामिल था
20. Begunkodar Railway Station-एक लड़की की वजह से 42 साल बंद रहा - New!

anikait said...

I read your article, very informative and user informatic info are mentioned. For Fun Stories. Keep it up bro to share more article like that. Thanks for sharing this ones.